बिहार स्टेट गेम्स 2025: पहली बार होगा आयोजन, राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों का होगा चयन

बिहार स्टेट गेम्स का आयोजन राज्य के इतिहास में पहली बार होने जा रहा है। बिहार स्टेट स्पोर्ट्स अथॉरिटी के महानिदेशक रवींद्रन शंकरण ने यह घोषणा की कि इस साल के अंत तक बिहार में एक पूर्ण पैमाने पर मल्टी-स्पोर्ट इवेंट आयोजित किया जाएगा। यह घोषणा पटना के पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित बिहार ओलंपिक संघ के एक सम्मान समारोह के दौरान की गई।
बिहार स्टेट गेम्स के नवंबर–दिसंबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों के बाद आयोजित होने की संभावना है। इस आयोजन के ज़रिए बिहार के उन खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा जो राष्ट्रीय स्तर पर राज्य का प्रतिनिधित्व करेंगे।
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स्टेट गेम्स में प्रदर्शन ही तय करेगा राष्ट्रीय चयन
अब तक राष्ट्रीय स्तर पर चयन की प्रक्रिया में अक्सर आंतरिक राजनीति हावी रहती थी। लेकिन अब इस आधिकारिक मंच के आने से चयन केवल प्रदर्शन के आधार पर होगा, न कि किसी सिफारिश या संपर्क से। इसलिए यह बिहार के उन खिलाड़ियों के लिए सुनहरा मौका है जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करना चाहते हैं।
यदि आप बिहार स्टेट गेम्स में बेहतर प्रदर्शन करते हैं, तो आपको नेशनल गेम्स के लिए भी शॉर्टलिस्ट किया जाएगा।
पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित सम्मान समारोह के दौरान श्री शंकरण ने जाति, धर्म और पक्षपात से ऊपर उठने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि बिहार के बच्चे मेहनत कर रहे हैं और हमें चयन की प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाना चाहिए। प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को आगे की ट्रेनिंग के अवसर भी दिए जाएंगे।
आधारभूत संरचना तैयार, जल्द पहुंचेगा खेल उपकरण
इस समारोह में खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि बिहार के अधिकांश जिलों में खेल मैदान कार्यरत हैं, अब खिलाड़ी अच्छे क्वालिटी के स्पोर्ट्स इक्विपमेंट की मांग कर रहे हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सभी ज़रूरी उपकरण जल्द ही हर जिले के स्पोर्ट्स ग्राउंड तक पहुंचाए जाएंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि राज्य में खेल क्लब बनाए जा रहे हैं। जब ये क्लब पूरी तरह कार्यशील हो जाएंगे, तब इन्हें भी अच्छी गुणवत्ता वाले उपकरण और एडवांस ट्रेनिंग सुविधाएं दी जाएंगी।
जमीनी स्तर पर ऐसी पहल उतनी ही ज़रूरी है जितना कि बिहार स्टेट गेम्स जैसा बड़ा आयोजन। इसका मकसद यही है कि हर स्तर के खिलाड़ी को बराबरी का मौका मिले।
बिहार ओलंपिक संघ के नए कार्यालय का उद्घाटन
सम्मान समारोह के दौरान पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में बिहार ओलंपिक संघ के नए कार्यालय का उद्घाटन भी किया गया। संघ के मानद सचिव प्रदीप कुमार ने सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया और राज्य की सभी स्पोर्ट्स एसोसिएशनों से एकजुट होकर बिहार स्टेट गेम्स की सफलता में योगदान देने की अपील की।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “हमें सरकार के साथ समन्वय बनाकर बिहार को एक स्पोर्ट्स हब बनाने की दिशा में काम करना चाहिए। स्टेट गेम्स उसी दिशा में उठाया गया एक बड़ा कदम है।”
खेलो इंडिया मेडलिस्ट्स का हुआ सम्मान
यह आयोजन मुख्य रूप से खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के बिहार से विजेता खिलाड़ियों के सम्मान के लिए रखा गया था। इस वर्ष बिहार ने कुल 35 पदक जीते हैं, जिनमें से सात गोल्ड मेडल विभिन्न खेलों में आए हैं।
वुशू और पेंटाथलॉन के दो खिलाड़ियों को “स्पोर्ट्समैन ऑफ द ईयर” के खिताब से नवाज़ा गया।
इस बार खेलो इंडिया यूथ गेम्स के ज़्यादातर इवेंट्स बिहार में ही आयोजित किए गए थे। और अब जब जल्द ही बिहार स्टेट गेम्स होने जा रहे हैं, तो उम्मीद है कि और भी नए प्रतिभावान चेहरे सामने आएंगे।
निष्कर्ष
बिहार स्टेट गेम्स राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई एक ऐतिहासिक और अनोखी पहल है। यह हज़ारों युवाओं के लिए एक बड़ा अवसर है — अब वे एक पारदर्शी प्रक्रिया के तहत राष्ट्रीय स्तर पर चयनित हो सकते हैं।
बिहार सरकार खेल अधोसंरचना के विकास पर भी विशेष ज़ोर दे रही है। हाल ही में जारी IIRF 2025 रैंकिंग्स में राजगीर स्थित बिहार स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी को पूरे देश में चौथा स्थान मिला — और वो भी सिर्फ 9 महीने 20 दिन में! यह रफ्तार सराहनीय है और स्पष्ट संकेत देती है कि अब बिहार खेलों के क्षेत्र में अपनी जगह बना रहा है।
अगर आपने उस रिपोर्ट को मिस किया है, तो आप उसे यहाँ देख सकते हैं।
