जून 16, 2025

3 बिहार स्टार्टअप ने स्टार्टअप महारथी पुरस्कार जीता – Bihar’s Shocking Startup Growth Stuns India

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Bihar startup बिहार स्टार्टअप

बिहार स्टार्टअप कल्चर के लिए बड़ी खुशखबरी! बिहार के तीन स्टार्टअप्स – लेडी फेयर, भोजपत्र और EY डेल्टा ने स्टार्टअप महाकुंभ 2025 में महारथी अवॉर्ड जीता है। यह आयोजन नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित हुआ था।

आइए जानते हैं स्टार्टअप महाकुंभ 2025 और इन बिहार स्टार्टअप्स के बारे में विस्तार से।

स्टार्टअप महाकुंभ 2025 क्या है?

स्टार्टअप महाकुंभ 2025 भारत का सबसे बड़ा स्टार्टअप इवेंट है। यह केंद्र सरकार द्वारा समर्थित एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम है। इसमें दुनिया भर से 1200 से ज्यादा स्टार्टअप्स ने भाग लिया। इन में से केवल 132 स्टार्टअप्स को पुरस्कारों के लिए चुना गया।

यह इवेंट 3 से 5 अप्रैल के बीच नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में बिहार के तीन स्टार्टअप्स को चुना गया और ‘स्टार्टअप महारथी चैलेंज’ के तहत ₹1 लाख का नकद पुरस्कार मिला। यह बिहार के लिए बड़ी बात है क्योंकि इसमें न केवल भारत बल्कि नेपाल, यूएई, सिंगापुर जैसे 50 से ज्यादा देशों के स्टार्टअप्स ने भाग लिया।

स्टार्टअप महाकुंभ 2025 की सबसे खास बात थी – स्टार्टअप महारथी चैलेंज। इसे हमारे वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने लॉन्च किया था। इसका मकसद डिफेंस, एग्रीटेक, ईवी, डी2सी, डीप-टेक जैसे क्षेत्रों के स्टार्टअप्स को पहचान देना था। इस चैलेंज का कुल इनामी फंड ₹70 करोड़ था।

लेडी फेयर (ब्यूटी-टेक)

Lady Fair - बिहार स्टार्टअप

लेडी फेयर ब्यूटी कॉन्सेप्ट्स प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना ऋषि रंजन कुमार ने 2019 में की थी। संस्थापक बिहार के सीतामढ़ी जिले के एक छोटे गांव से आते हैं। इस स्टार्टअप का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं तक सैलून जैसी सुविधाएं उनके घर पर पहुंचाना है।

इस आइडिया के जरिए महिला रोजगार को भी बढ़ावा दिया गया है। अभी तक करीब 150 महिलाओं को ब्यूटीशियन के रूप में ट्रेन किया गया है और ये महिलाएं 12 से ज्यादा शहरों में सेवाएं दे रही हैं। लेडी फेयर को डी2सी (डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर) श्रेणी में पुरस्कार मिला है।

इस स्टार्टअप की सबसे प्रेरणादायक बात यह है कि इसकी शुरुआत एक किराए के कमरे से हुई थी, लेकिन अब इसका सालाना टर्नओवर वित्त वर्ष 2024-25 में ₹36 करोड़ हो चुका है। अब यह स्टार्टअप और भी विस्तार करने की योजना बना रहा है।

भोजपत्र (एग्री-टेक)

Bhojpatta - बिहार स्टार्टअप

भोजपत्र दूसरा बिहार आधारित स्टार्टअप है जिसने स्टार्टअप महारथी अवॉर्ड जीता। भोजपत्र एग्रीप्रेन्योर प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना 2021 में नितीश कुमार ने की थी। वे सारण जिले के मोहम्मदपुर गांव से आते हैं।

भोजपत्र का उद्देश्य कृषि अपशिष्ट को इको-फ्रेंडली तकनीक के माध्यम से मूल्यवर्धित उत्पादों में बदलना है, जिससे किसानों की आय बढ़ाई जा सके। भोजपत्र के कुछ इनोवेटिव सॉल्यूशंस में जीरो-एमिशन सोलर ड्रायर्स, प्राकृतिक फाइबर से बने एयर फिल्टर्स आदि शामिल हैं। यह स्टार्टअप 74 मिलियन टन से अधिक कृषि कचरे का पुनः उपयोग करता है।

सिर्फ ₹4 लाख की शुरुआती पूंजी से शुरू होकर, आज इस स्टार्टअप का टर्नओवर वित्त वर्ष 2024-25 में ₹89 लाख तक पहुंच चुका है और इसमें अभी 14 लोग कार्यरत हैं। भोजपत्र को पहले भी Biofach India 2022 में पुरस्कार मिल चुका है और यह Agri Udaan 5.0 और IIT कानपुर के SIL 3.0 जैसे कार्यक्रमों में चयनित हो चुका है।

EY डेल्टा (इलेक्ट्रिक मोटर टेक्नोलॉजी)

EY Delta - बिहार स्टार्टअप

EY डेल्टा प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना 2024 में आकाश पोरवाल और योगेंद्र कुमार ने की थी। संस्थापक आकाश पोरवाल मूल रूप से बिहार से हैं और उन्होंने गूगल जैसी बड़ी कंपनी में काम किया है।

EY डेल्टा को ‘डिफेंस और स्पेस’ कैटेगरी में पुरस्कार मिला है। यह स्टार्टअप ड्रोन, रोबोटिक्स और अन्य इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्लेटफॉर्म्स के लिए अगली पीढ़ी की इलेक्ट्रिक मोटर बनाता है। यह मोटर्स अधिक ऊर्जा कुशल, टिकाऊ और लंबी उम्र वाली होती हैं।

EY डेल्टा को ₹3.5 करोड़ की एक बड़ी ऑर्डर प्राप्त हुई है, जिसमें उन्हें 15,000 मोटर बनानी हैं। इसके लिए वे 5,000 मोटर प्रति माह की उत्पादन क्षमता वाली एक फैक्ट्री स्थापित कर रहे हैं। फिलहाल इसमें 11 लोग फुल-टाइम कार्यरत हैं। यह स्टार्टअप आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य में भी योगदान दे रहा है।

बिहार स्टार्टअप कल्चर के लिए क्यों महत्वपूर्ण है ये उपलब्धि?

स्टार्टअप महाकुंभ जैसे अंतरराष्ट्रीय आयोजन में बिहार के तीन स्टार्टअप्स का चयन और पुरस्कार जीतना एक बड़ी उपलब्धि है। यह दिखाता है कि बिहार का स्टार्टअप कल्चर तेजी से विकसित हो रहा है।

अब छोटे शहरों और गांवों से निकलकर भी बिहार स्टार्टअप राष्ट्रीय मंचों पर छा रहे हैं। दूरदराज़ इलाकों के लोग भी अब कुछ अपना बनाने की चाह रखने लगे हैं और यह न केवल उनके लिए फायदेमंद होगा, बल्कि उनके आसपास के लोगों के लिए भी क्योंकि इससे रोज़गार के अवसर पैदा होंगे।

अब गांवों और छोटे शहरों से भी लोग अपने इनोवेटिव आइडिया को स्टार्टअप में बदल रहे हैं, जिससे न केवल उनकी तरक्की हो रही है, बल्कि स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं। अब बिहार केवल सरकारी नौकरी की तैयारी के लिए ही नहीं जाना जाएगा, बल्कि उद्यमशीलता के लिए भी पहचान बनेगी।

लेडी फेयर, भोजपत्र और EY डेल्टा की सफलता इस धारणा को बदलने में मदद करेगी। बिहार में अब तक अस्थिर सरकारों और फ्रेट इक्वलाइजेशन पॉलिसी जैसी विचित्र नीतियों के कारण बुनियादी ढांचे का विकास कमजोर रहा है। इसी वजह से बिहार को कभी भी स्टार्टअप फ्रेंडली राज्य नहीं माना गया, लेकिन इन उपलब्धियों और मान्यता के साथ यह धारणा अब बदलने लगेगी।

सरकारी योजनाएं कैसे मदद कर रही हैं?

बिहार स्टार्टअप्स को सबसे बड़ी चुनौती फंडिंग की होती है। जहां महाराष्ट्र, कर्नाटक, दिल्ली जैसे राज्यों के स्टार्टअप्स को शुरुआती निवेश आसानी से मिल जाता है, वहीं बिहार के स्टार्टअप्स को अधिकतर बूटस्ट्रैप रहना पड़ता है।

हालांकि, केंद्र और राज्य सरकार की योजनाएं इस स्थिति को बदल रही हैं। स्टार्टअप इंडिया और स्टार्टअप महाकुंभ जैसे आयोजन बिहार के टियर-2 और टियर-3 शहरों के स्टार्टअप्स को भी पहचान दिला रहे हैं।

इसके अलावा, बिहार सरकार भी धीरे-धीरे बिहार स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूत कर रही है। बिहार स्टार्टअप हब जैसे सरकारी प्रोजेक्ट छोटे स्टार्टअप्स को फंडिंग और मेंटरशिप प्रदान करते हैं। STPI पटना विशेष रूप से IT और टेक स्टार्टअप्स को बढ़ावा देता है। IIT पटना और NIT पटना अपने-अपने स्टार्टअप सेल्स के जरिए छात्रों को मार्गदर्शन देते हैं।

हाल ही में बिहार सरकार ने अपनी IT एवं स्टार्टअप नीति 2024 के तहत 10 स्टार्टअप्स को 6 महीने के लिए मुफ्त ऑफिस स्पेस (बिस्कोमान टॉवर, पटना में) मुहैया कराया है। ये स्टार्टअप्स हैं:

  1. हाईप्रोटेक इंडिया टेक्नोलॉजी प्रा. लि.
  2. ग्रीन स्टार्क इलेक्ट्रॉनिक्स प्रा. लि.
  3. फ्लो एपीआईज प्रा. लि.
  4. सेवा सिटी टेक्नोलॉजी प्रा. लि.
  5. स्कास टेक्नोलॉजीज प्रा. लि.
  6. ऑस्टॉमवर्स इनोवेशन प्रा. लि.
  7. मोमेंटम प्लस ऑनलाइन टेक्नोलॉजी
  8. पॉलीट्रॉपिक सिस्टम प्रा. लि.
  9. मकासा इंडस्ट्रीज प्रा. लि.
  10. एचपीएफ वेंचर इंडिया प्रा. लि.

यह सरकार के लगातार प्रयास को दर्शाता है कि बिहार में स्टार्टअप्स को मजबूती से खड़ा किया जा रहा है। सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं का लाभ लेकर अब हर नया बिहार स्टार्टअप एक मजबूत नींव पर खड़ा हो सकता है।

निष्कर्ष

बिहार स्टार्टअप कल्चर अब नई ऊंचाइयों को छू रहा है। EY डेल्टा, लेडी फेयर और भोजपत्र जैसे बिहार के स्टार्टअप्स की यह उपलब्धि दिखाती है कि अब उद्यमशीलता सिर्फ मेट्रो शहरों तक सीमित नहीं है। ये स्टार्टअप्स रोजगार सृजन, तकनीकी नवाचार, ग्रामीण सशक्तिकरण और बिहार की छवि को सकारात्मक रूप से बदलने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

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